
हल्दी का हलवा इम्युनिटी बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों में सबसे अव्वल दर्जे पर माना जाता है। सदियों पुराने इस मसाले में अपार उपचार और औषधीय गुण साबित हुए हैं जो न केवल संक्रमण को रोकते हैं बल्कि उनसे निपटने में भी मदद कर सकते हैं। हल्दी (हल्दी वाला दूध) सभी बीमार दिनों में हमारा पसंदीदा पेय रहा है जब हम सर्दी और खांसी जैसे सामान्य संक्रमण से पीड़ित होते हैं। हल्दी के एंटीऑक्सीडेंट गुण इन मौसमी बीमारियों को दूर रखने में भी मदद करते हैं। इस जादुई मसाले का सेवन करने का एक और शानदार तरीका है, जो बहुत अच्छा स्वाद भी प्रदान करता है –
हल्दी-गुड़ हलवा – Haldi ka Halwa
अवयव :
ताजी हल्दी – 100 ग्राम।
मल्टीग्रेन आटा – 50 ग्राम।
गुड़ – 100 ग्राम।
गाय का घी – 50 ग्राम।
सूखे मेवे – 1 कप।
अंजीर सूखा – 4-5 पानी में भिगोया हुआ।
दूध – 200 ग्राम।
हल्दी का हलवा तैयार कैसे करें :
मल्टीग्रेन के आटे को भून कर अलग रख लें.
कड़ाही में गाय के घी के साथ ताजा पिसी हुई हल्दी का पेस्ट डालें। इसे पैन के अलग होने तक भूनें।
मिश्रण में गुड़ का पाउडर और मैदा डालें।
उबला हुआ दूध और अंजीर का पेस्ट डालें, अच्छी तरह पकने तक हिलाते रहें।
सूखे मेवे डालकर गरमागरम परोसें।
ताजी हल्दी के हलवे के फायदे:
- पाचन क्रिया को तेज करें।
- सूजनरोधी गुण।
- उत्कृष्ट एंटीसेप्टिक।
- इम्युनिटी बूस्टर।